होली, जिसे दहीं होली या धुलेती के नाम से भी जाना जाता है, हिन्दू धार्मिक पर्व है जो भारत में हरित काल का प्रतीक है। यह पर्व फागुन मास के पूर्णिमा को मनाया जाता है और इसे विशेषकर रंग-बिरंगे गुलाल और अबीर से मनाया जाता है।
होली का धार्मिक महत्व है और इसका सीधा संबंध हिन्दू पौराणिक कथाओं से है। एक महत्वपूर्ण कथा के अनुसार, होली का पर्व हिरण्यकश्यप और प्रह्लाद की कथा से जुड़ा है। प्रह्लाद, हिरण्यकश्यप के बागी बेटे थे और वे भगवान विष्णु के भक्त थे। हिरण्यकश्यप की बूँद-बूँद से पूत होलिका के बारे में एक और कथा भी है, जिससे होली का नाम आया।
होली के माध्यम से लोग समरसता, खुशी, और भाईचारा का संदेश बाँटते हैं। इस दिन लोग एक दूसरे को रंगों से रंगते हैं, गुलाल और अबीर बाँटते हैं, और खुशी के इस मौके पर भाई-बहन, दोस्ती, और समरसता का आत्मगात करते हैं।